आज
बाज़ार से खरीदनी है
एक अदद दराती
कुछ खंजर
छूरियाँ... ब्लेड नश्तर ,
सभी तेज
मगर छुपाये जा सकनेवाले
कुछ
लुभावने से इतर /परफ्यूम की शीशियाँ
दो चार मीठे जुमले
बाजारू लटके-झटके,
और
कल विशिष्टता का मुखौटा लगा कर
"मैं महान बनने वाला हूँ"
*amit anand
बाज़ार से खरीदनी है
एक अदद दराती
कुछ खंजर
छूरियाँ... ब्लेड नश्तर ,
सभी तेज
मगर छुपाये जा सकनेवाले
कुछ
लुभावने से इतर /परफ्यूम की शीशियाँ
दो चार मीठे जुमले
बाजारू लटके-झटके,
और
कल विशिष्टता का मुखौटा लगा कर
"मैं महान बनने वाला हूँ"
*amit anand
क्या बात कही है………बहुत खूब
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