पहली बारिश
महीनो के अंधड़
और
तपती धूप के बाद
सूखते ताल तलैय्यों के ऊपर
उमड़ ही आये
काले कजरारे बादल,
हवाएं नम हो गयीं आज सुबह..
मौसम के थपेड़ों से
कुम्हलाये हरे पत्तों ने खुद को झाड लिया!
मुझे
चिंता है
दूर जंगल मे
चिड़िया ने जने हैं दो नन्हे नन्हे बच्चे,
मेरे इश्वर
बच्चों को पहली बारिश सहने की
ताकत देना!!*amit anand
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