बजबजाते कचरे से
पन्नियाँ खींचते
टीन -टप्पर बटोरते हुए
बिधनुआ अनाथ
गुनगुनाता है
हरामीपन का राग ,
कल
कचरे में
गिफ्ट वाली रंगीन पन्नियाँ निकलेंगी
आज
FATHER'S DAY जो है !!
पन्नियाँ खींचते
टीन -टप्पर बटोरते हुए
बिधनुआ अनाथ
गुनगुनाता है
हरामीपन का राग ,
कल
कचरे में
गिफ्ट वाली रंगीन पन्नियाँ निकलेंगी
आज
FATHER'S DAY जो है !!
क्या व्यंग्य लिखा है अमित जी !
ReplyDeleteकटु सत्य है सभ्य समाज का