Monday, March 7, 2011

महिला दिवस


पीठ पर बड़ी वाली
पन्नी टांग
मुंह अँधेरे
निकल पडी है
आठ साल की
गुनिया,

शहर के कचरे मे
पेट की
भूंख तलाशने,

मोहल्ला - मोहल्ला
कूड़ेदान दर कूड़ेदान
खुले नालों
होटल के जूठन
अस्पताल के कचरे मे
गुनिया तलाशती है
अपने भीतर
भविष्य की औरत

सुना है
आज
महिला दिवस है!!

*amit anand

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